उस चांद को बहुत गुरूर है,
कि उसके पास नूर है।
अब मैं उसे कैसे समझाऊं,
मेरे पास कोहिनूर है।
इन आंखों में जो तस्वीर है वो तेरी है,दिल की हर धड़कन बस तेरी है,नहीं चाहिए सारे जहां की खुशियां मुझे,खुदा करे तुझे मिल जाए,वह सारी खुशियां जो मेरी है।
ख्वाहिश इतनी है कि कुछऐसा मेरे नसीब में हो,वक्त चाहे जैसा भी होबस तू मेरे करीब हो।
मेरे आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम,तुम से ही तो मैं हूँ, मेरी पहचान हो तुम,मैं ज़मीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम,सच मानो मेरे लिए तो सारा जहान हो तुम।